Amma = अम्मा
Publication details: Rajkamal Prakashan, 2019. New Delhi:Description: 119p.; pbk; 22cmISBN:- 9788126719341
- 891.433 KAM
Item type | Current library | Collection | Call number | Copy number | Status | Date due | Barcode |
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IIT Gandhinagar | General | 891.433 KAM (Browse shelf(Opens below)) | 1 | Available | 032170 |
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891.433 HIR Sawal dar sawal =सवाल दर सवाल | 891.433 JOS Kasap = कसप | 891.433 JOS Ta-taa professor = टा-टा प्रोफेसर | 891.433 KAM Amma = अम्मा | 891.433 KAM Anbita vyatit = अनबीता व्यतीत | 891.433 KAM Laute huye musafir = लौटे हुए मुसाफिर | 891.433 KAM Pati-patani aur woh = पति-पत्नी और वह |
Includes authors introduction
Description Book Details Reviews Meet The Author
वरिष्ठ उपन्यासकार कमलेश्वर का यह उपन्यास एक आदर्श सामाजिक व्यवस्था की वकालत करता है जिसमें अपने बेरियों के लिए भी स्नेह व सम्मान की गुंजाइश हो। इस उपन्यास का कथा-फ़लक यों तो विस्तृत है लेकिन कमलेश्वर जी ने अपने रचनात्मक कौशल से इसे जिस तरह कम शब्दों में सम्भव किया है, वह क़ाबिले-तारीफ़ है। इस उपन्यस में स्वाधीनता के संघर्षकाल से लेकर सती-प्रथा विरोध तक की अनुगूँजें सुनी जा सकती हैं। इसमें अंग्रेज़ सिपाहियों की क्रूरता और रूढ़िवादी पारम्परिक समाज में विधवा स्त्री की त्रासद स्थिति का बड़ा ही मार्मिक चित्रण हुआ है जो पाठको के मन में करुणा का भाव जगाता है। लोकप्रिय रचनाकार की क़लम से निकली एक अनूठी कृति।
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