Deepshikha = दीपशिखा

Verma, Mahadevi

Deepshikha = दीपशिखा - New Delhi: Rajkamal Prakashan, 2021 - 121p. hbk; 20cm

दीप-शिखा में मेरी कुछ ऐसी रचनाएँ संगृहीत हैं जिन्हें मैंने रंगरेखा की धुंधली पृष्ठभूमि देने का प्रयास किया है! सभी रचनाओं को ऐसी पीठिका देना न संभव होता है और न रुचिकर, अतः रचनाक्रम की दृष्टि से यह चित्रगीत बहुत बिखरे हुए ही रहेंगे! मेरे गीत अध्यात्म के अमूर्त आकाश के नीचे लोक-गीतों की धरती पर पीला हैं!
https://rajkamalprakashan.com/deepshikha.html

9788180313073


Hindi literature
Hindi Poetry

891.431 / VER


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